जीवन के रंगत तरह-तरह की लोगों की संगत तरह-तरह की। जीवन के रंगत तरह-तरह की लोगों की संगत तरह-तरह की।
तनी हुई कमान सी भौंह है उसकी तनी हुई कमान सी भौंह है उसकी
मेरा भारत चमक रहा है विभिन्न रंगों के रंग में मेरा भारत चमक रहा है विभिन्न रंगों के रंग में
राम जी आए धनुष उठाये धनुष उठाये वो तो फूले ना समावे राम जी आए धनुष उठाये धनुष उठाये वो तो फूले ना समावे
चरित्र बिना जीवन का कुछ है ऐसा हाल जैसे बिन चोट का दर्द, बिन दाढ़ी का मर्द। चरित्र बिना जीवन का कुछ है ऐसा हाल जैसे बिन चोट का दर्द, बिन दाढ़ी का मर्द।
हमसे ही फिर तुमने मुंह मोड़ा प्रिय क्या यही है प्यार तुम्हारा। हमसे ही फिर तुमने मुंह मोड़ा प्रिय क्या यही है प्यार तुम्हारा।